मेरे गाँव की
बात ही निराली,
हरियाली में लिपटी एक प्यारी कहानी।
खेतों में लहराए जब फसलें हंसकर,
मन में बस जाएं खुशियों के रंग बिखर।
नदियों का संगीत,
पंछियों का गाना,
सूरज की किरणें,
जैसे सोने का साना।
गांव की गलियों में, बच्चे हैं खेलते,
सादगी में बसी,
खुशियों के मेले।
गर्मियों की शामें, जब छाए बादल,
साथ मिलकर हम,
करते हैं फसल का जादू।
कभी मिलकर गाते,
कभी करते हैं बात,
मेरे गांव का हर कोना, है दिल के पास।
सादगी में बसी,
यह जीवन की धारा,
गांव की खूबसूरती, जैसे अनमोल सारा।
हरियाली का अहसास, दिल में बसा रहे,
मेरा गांव सदा,
खुशियों से भरा रहे।
Wow 😳
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